Monday, May 4, 2020

मधुशाला और देश मेरा !!

मधुशाला और देश मेरा 😲!

समझ नहीं आता वर्तमान लॉक डाउन में कौन भूखा रहा... पर लगता है पूरा देश प्यासा था।  
हमारी ४० दिनों की सब मेहनत लिकर शॉप्स या कहे की ठेक्के खोलने से बर्बाद हो गयी!
क्या वाकई शराब इतनी ज़रूरी है? मने कि  शराब तो अत्यधिक आवश्यक चीज़ो जैसे कि हॉस्पिटल या मेडिकल सुविधाओं की श्रेणी में है।  
हरिवंश बच्चन जी  मधुशाला एक संदेश देती थी पर ये आज क्या सन्देश मिला? कुछ नहीं :-(